Friday, May 21, 2021

अमर बेल

ये बेल अभी सूखी नही है
ये बेल कभी नही सूखेगी,
क्योंकि इस बेल की शाखाएं हम
आपस मे जुङे है!
हम इसकी शाखाएं, इसके पत्ते, फल, बीज है,
हम मे इसका अंश प्राण है, 
हमसे बहुत सी नई बेले जन्म लेगी,
वो हर बेल इस बेल को जीवंत रखेगी!
हम सबकी अथक अटूट ऊर्जा से
ये बेल अमर रहेगी!

No comments:

Post a Comment

आघात या घात का तात्पर्य

 घात - 'घात' शब्द अनेकों रूप में प्रयोग किया जाता है! इसका एक सामान्य अर्थ होता है 'छुप कर वार करना'। घात शब्द का गणित में प...